Black Fungus: एक तरफ दुनिया भर में कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं और इसकी तीसरी लहर कभी भी आ सकती है। इसी वक्त जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर बाहर आए हैं, उनके लिए डरा देने वाली खबरें सामने आ रही है। इस नई समस्या का नाम “ब्लैक फंगस (Black Fungus)” बताया जा रहा है। यह समस्या देश के अलग अलग राज्यों में फैल रहा है। जिसके वजह से संक्रमित मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही है।
ब्लैक फंगस (Black Fungus) को डॉक्टरी भाषा में श्लेष्मा (Mucormycosis) कहा जाता है। इस बीमारी के अबतक देश भर में 200 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ब्लैक फंगस से आंख-कान, जबड़े आदि प्रभावित होते हैं। डॉक्टर और विशेषज्ञों द्वारा इस बीमारी के उपाय का पता लगाया जा रहा है। आइए ब्लैक फंगस क्या है (What is Black Fungus in Hindi), ब्लैक फंगस के लक्षण, प्रभाव और उपाय के बारे में पता करते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ब्लैक फंगस (Black Fungus) के बारे में ट्वीट किया और कहा कि ब्लैक फंगस रोग क्या है, इस बीमारी का क्या खतरा है, ब्लैक फंगस के लक्षण क्या हैं और इस बीमारी से बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक अगर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाए और इसके लक्षणों की जल्द पहचान हो जाए तो इस बीमारी को घातक बनने से रोका जा सकता है। आइए जानें शरीर पर ब्लैक फंगस कैसे हमला करता है, सरकार ने बताए इसके लक्षण और इससे बचाव के उपाय।
#Mucormycosis, commonly known as ‘#BlackFungus‘ has been observed in a number of #COVID19 patients recently.
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 14, 2024
Awareness & early diagnosis can help curb the spread of the fungal infection. Here’s how to detect & manage it #IndiaFightsCorona @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/lC6iSNOxGF
श्लेष्मा या ब्लैक फंगस क्या है? (What is Mucormycosis or Black Fungus in Hindi)
ब्लैक फंगस शरीर में कोरोना वायरस के कारण होने वाला एक “फंगल संक्रमण” है। इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, ब्लैक फंगस एक दुर्लभ बीमारी है जो शरीर में बहुत तेजी से फैलती है और उन लोगों में अधिक आम है जो कोरोना वायरस से संक्रमित होने से पहले किसी अन्य बीमारी का अनुबंध कर चुके हैं या जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है।
ब्लैक फंगस का खतरा किसे है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपने ट्वीट में कहा कि उन लोगों को ब्लैक फंगस होने का खतरा अधिक होता है जिन लोगों को मधुमेह है और जिनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल नहीं है, जो लोग स्टेरॉयड लेते हैं। स्ट्रॉयड उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं। जो लोग कोरोनावायरस संक्रमण के कारण लंबे समय तक आईसीयू या अस्पताल में रहते हैं या जिन लोगों का कोई Transplant हुआ हो या अधिक गंभीर Fungal infection हुआ हो उनमें ब्लैक फंगस के विकास का खतरा बढ़ गया है।
ब्लैक फंगस के लक्षण (Symptoms of Black Fungus in Hindi)
आपको बता दें कि ब्लैक फंगस न सिर्फ उन मरीजों की आंखों को अपनी चपेट में लेता है जो कोविड संक्रमण से उबर चुके हैं, बल्कि यह फंगस त्वचा, नाक और दांतों के साथ-साथ जबड़े को भी नुकसान पहुंचाता है। नासिका मार्ग से होते हुए यह फेफड़ों और मस्तिष्क तक पहुंचकर रोगी की जान ले लेता है। यह एक गंभीर बीमारी है जिसके लिए मरीज को सीधे आईसीयू में भर्ती करना पड़ता है। इसलिए समय रहते लक्षणों का पता लगाना बेहद जरूरी है।
काले फंगस के लक्षणों पर समय रहते ध्यान दिया जाए तो रोगी की जान बचाई जा सकती है:
- आंखों में या उसके आसपास लालिमा या दर्द महसूस होना
- बार-बार बुखार
- भयानक सरदर्द
- सांस की तकलीफ और सांस की तकलीफ
- खून की उल्टी
- मानसिक स्थिति में बदलाव का अनुभव करना
ब्लैक फंगस से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें?
क्या करें
ब्लैक फंगस से बचने के लिए मरीज के लिए हाइपरग्लेसेमिया से बचना यानी अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है। कोविड-19 से ठीक होने और अस्पताल से छुट्टी के बाद घर लौटने के बाद भी ग्लूकोमीटर की मदद से अपने रक्त शर्करा के स्तर की लगातार निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अत्यधिक मात्रा में स्टेरॉयड का उपयोग न करें और उचित खुराक और समय अंतराल को जानें। साथ ही एंटीबायोटिक्स और एंटी-फंगल दवाओं का सही तरीके से इस्तेमाल करें। ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान, ह्यूमिडिफायर के लिए शुद्ध और बाँझ पानी का उपयोग करें।
क्या नहीं कर सकते है
रोग के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। हर बार जब आप छींकते हैं तो नाक बंद होने की समस्या पर विचार करना न भूलें, विशेष रूप से कोविड -19 के रोगियों में। अगर आपको कोई शंका है तो पूरी जांच पड़ताल करें। श्लेष्मा या ब्लैक फंगस के उपचार में देरी से रोगी की मृत्यु हो जाती है। शुरुआत में लक्षण मिलने के बाद समय पर इलाज बहुत जरूरी है।
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अंतिम शब्द,
आज इस पोस्ट में मैने बताया कि ब्लैक फंगस क्या है (Black fungus kya hai in Hindi). ब्लैक फंगस के क्या लक्षण हैं। आशा करता हूं आपके लिए यह जानकारी मददगार होगा। यदि आपको यह पोस्ट Black fungus in hindi पसंद आया हो तो इसे अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि अन्य लोगों को भी इस बीमारी के बारे में पता चले और वे खुद को सचेत कर पाएं। अगर आपको इस पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें कमेंट करके बताएं।
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