भारत के राष्ट्रपति कौन हैं 2024: आज इस पोस्ट में हम विस्तार से बताने वाले हैं वर्तमान में यानी 2024 में भारत के राष्ट्रपति कौन हैं? साथ ही आप इस पोस्ट में अब तक के सभी राष्ट्रपतियों की सूची (1947 से 2024) तक के बारे में पढ़ेंगे।
हर भारतीय को उसके देश से जुड़े थोड़ी बहुत समान्य जानकारी (General Knowledge) अवश्य होनी चाहिए जैसे की India के President (राष्ट्रपति) कौन हैं, भारत के Prime Minister कौन हैं इत्यादि। जैसा कि आपको पता होगा, राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक तथा देश का मुखिया होता है। राष्ट्रपति बनने के लिए व्यक्ति को भारत का नागरिक होना आवश्यक है। यदि राष्ट्रपति के कार्यों की बात की जाय तो वे भारतीय गणराज्य के कार्यपालक अध्यक्ष होते हैं। किसी भी मुद्दे पर Final Signature करने का कार्य, किसी भी मंत्री पद पर नियुक्ति करने का कार्य अथवा उस पद के लिए सपथ दिलाने का कार्य राष्ट्रपति का ही होता है।
राष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान द्वारा होता है। उन्हें एक ही वैकल्पिक वोट द्वारा चुना जाता है। राष्ट्रपति के चुनाव को अप्रत्यक्ष चुनाव भी कहा जाता है क्योंकि आम लोग स्वयं इस चुनाव में भाग नहीं लेते हैं लेकिन उनके द्वारा चुने गए सदस्य ही उनकी ओर से यह भूमिका निभाते हैं। न्यूज चैनल पर प्रधानमंत्री तथा अन्य चुनाव और मतदान की चर्चा तो खूब की जाती है, लेकिन राष्ट्रपति के पद के लिए किसी खास मौके पर ही चर्चा की जाती है। इस वजह से बहुत से लोग इस बात से अनजान रहते हैं की वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति कौन हैं। इसलिए आज इस पोस्ट में हम इस बात की जानकारी देने वाले हैं। साथ ही हम यह भी बताएंगे की राष्ट्रपति का कार्य क्या होता है और राष्ट्रपति का वेतन कितना होता है। तो चलिए शुरू करते हैं।
भारत के राष्ट्रपति कौन है? (Who is the President of India)
वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) हैं। ये भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं जिनका निर्वाचन 25 जुलाई 2017 को हुआ। तब से अब तक राष्ट्रपति पद पर अपना कार्यभार संभाल रहे हैं। वैसे तो इनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ लेकिन इन्होंने अपनी राष्ट्रभक्ति और संघर्ष के बल पर देश का सबसे बड़ा पद यानी राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया। इनके जीवन का सफर बहुत संघर्ष भरा रहा।
राम नाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के देहात में एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। ये अपने बहन भाइयों में सबसे छोटे हैं। इनके पिता दुकान चलाते थे। जब ये 5 वर्ष के थे तभी गांव में आग लगने की वजह से इनकी मां को मृत्यु हो गई थी। उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय थी। फिर भी उन्होंने उच्च शिक्षा ग्रहण करने का फैसला लिया और DAV College में उन्होंने दाखिला लिया। इसके फलस्वरूप उन्होंने B.Com और LLB की। Law में Graduation करने के बाद में वे सिविल सर्विसेज की तैयारी करने दिल्ली चले गए। 1971 में Counceller of Delhi ने इन्हे एक वकील के रूप में चुन लिया और 1974 में इनकी शादी हो गई। इसके बाद वे 1977 से 1979 तक वे एक वकील के रूप में काम किए और इसी दौरान वे एक साल तक भारत के प्रधानमंत्री के Personal Assistant भी रहे।
भारत के वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 1991 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन किया। और ये 1998 से 2002 तक बीजेपी दलित मोर्चा और ऑल इंडिया कोली समाज के President रहे। इसके बाद इन्हें उत्तर प्रदेश में संसद के लिए चुना गया। और वे 12 सालों तक संसद के सदस्य रहे। इन्होंने शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया और इसके विकास के लिए कई स्कूल और कॉलेजों का निर्माण भी कराया। 8 अगस्त 2015 को कोविंद को बिहार का गवर्नर बना दिया।
इन्होंने 2017 में बिहार के गवर्नर के पद को त्याग दिया और भारत के 14वें राष्ट्रपति के नॉमिनेशन के लिए आगे बढ़ें। राम नाथ कोविंद ने इन चुनावों को 65.65% वोटों से जीत लिया और वे दूसरे दलित राष्ट्रपति बन गए। इनके पहले भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी थे।
1947 से 2024 तक के सभी राष्ट्रपतियों की सूची
जैसा की मैने ऊपर बताया, राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों तक का होता है। हालांकि उन्हें एक से अधिक बार के लिए भी भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुना जा सकता है। भारत में 1947 से अभी तक 14 राष्ट्रपति रह चुके हैं जिनके बारे में हम बारी बारी से बताएंगे। यहां हम शुरुआत में भारत के पहले राष्ट्रपति से शुरू कर रहे हैं।
लिस्ट में पहला व्यक्ति देखकर आप समझ गए होंगे की भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे। जैसा की आपको पता होना चाहिए वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता तथा संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। इन्होंने राष्ट्रपति पद पर दो कार्यकाल के लिए काम किया और इन्हे 1962 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
2. डॉ. सर्वपल्ली एस. राधाकृष्णन (13 मई 1962 से 13 मई 1967)
डॉ. सर्वपल्ली एस. राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति रह चुके हैं। इन्हे तो आप जानते ही होंगे। क्योंकि इन्हीं के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन्हें भी 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
3. डॉ. जाकिर हुसैन (13 मई 1967 से 3 मई 1969)
डॉ. ज़ाकिर हुसैन भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने और उनकी पद पर ही मृत्यु हो गई। ये 3 मई 1969 तक राष्ट्रपति पद पर रहे। इसके पश्चात 3 मई 1969 को तत्काल उपाध्यक्ष, वीवी गिरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया। वीवी गिरी 20 जुलाई 1969 तक इस पद पर रह। उसके बाद, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्ला 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।
मोहम्मद हिदायतुल्ला को 2002 में भारत सरकार के द्वारा कला के क्षेत्र में Padma Bhushan से सम्मानित किया गया। उन्होंने भारत में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति भी लाई।
4. वीवी गिरि (24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974)
जैसा की मैने ऊपर बताया, डा. जाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद वीवी गिरि भारत के चौथे राष्ट्रपति बने। उनका पूरा नाम वराहगिरी वेंकट गिरी था। वे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुने जाने वाले एकमात्र व्यक्ति बने। 1975 में उन्हें भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
5. फखरुद्दीन अली अहमद (24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 1977)
फखरुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवें राष्ट्रपति थे। ये ऐसे दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी राष्ट्रपति के पद पर ही मृत्यु हुई। ये 11 फरवरी 1977 तक राष्ट्रपति पद पर रह। उनकी मृत्यु के पश्चात बीडी जट्ट को (11 फरवरी 1977 से 25 जुलाई 1977) तक कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया।
6. नीलम संजीव रेड्डी (25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982)
नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति बने। वे आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे। वे लोकसभा स्पीकर से सीधे अध्यक्ष पद के लिए चुने गए और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने वाले और राष्ट्रपति पद के लिए दो बार चुनाव लड़ने वाले सबसे युवा राष्ट्रपति बने। ये एकमात्र राष्ट्रपति थे जिन्हें सर्वसम्मति से चुना गया था।
7. ज्ञानी जैल सिंह (25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987)
ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रपति बनने से पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी थे। उन्होंने भारतीय डाकघर के बिल पर पॉकेट वीटो का भी इस्तेमाल किया। उनकी अध्यक्षता के दौरान, कई घटनाएं हुईं, जैसे ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गांधी की हत्या और 1984 के सिख विरोधी दंगे।
8. आर वेंकटरमन (25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992)
आर. वेंकटरमन को 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। इससे पहले वे 1984 से 1987 तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे थे। उन्हें दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कई सम्मान मिले हैं। वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के लिए “Copper sheet” प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, रूसी सरकार ने तमिलनाडु के पूर्व प्रधानमंत्री, कुमारस्वामी कामराज के यात्रा वृतांत को लिखने के लिए उन्हें Soviet Land Award से सम्मानित किया था।
9. डॉ. शंकर दयाल शर्मा (25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997)
डॉ. शंकर दयाल शर्मा राष्ट्रपति बनने से पहले भारत के आठवें उपराष्ट्रपति थे। वे 1952 से 1956 तक भोपाल के मुख्यमंत्री और 1956 से 1967 तक कैबिनेट मंत्री रहे। International Bar Association ने उन्हें कानूनी पेशे में अनेक उपलब्धियां प्राप्त करने के कारण Living Legend of Law Award of Recognition प्रदान किया।
10. के. आर. नारायणन (25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002)
के. आर. नारायणन भारत के पहले दलित राष्ट्रपति और देश के सर्वोच्च पद को प्राप्त करने वाले पहले मलयाली व्यक्ति थे। वे लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले पहले राष्ट्रपति थे और उन्होंने राज्य विधानसभा को संबोधित किया था।
11. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007)
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को ‘Missile man of india‘ के रूप में जाना जाता है। वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने राष्ट्रपति का पद संभाला और भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने सबसे अधिक वोट हासिल किए। उन्हें 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
12. श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012)
प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति बनने से पहले राजस्थान की राज्यपाल थीं। 1962 से 1985 तक वे पांच बार महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्य रहीं और 1991 में अमरावती से लोकसभा के लिए चुनी गईं। यही नहीं, प्रतिभा पाटिल सुखोई की उड़ान भरने वाली पहली महिला राष्ट्रपति भी हैं।
13. प्रणब मुखर्जी (25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017)
प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले केंद्र सरकार में वित्त मंत्री थे। उन्हें 1997 में सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार और 2008 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान Padma Vibhushan से सम्मानित किया गया। 84 वर्ष की आयु में 31 अगस्त, 2024 (सोमवार) को उनका निधन हो गया।
14. राम नाथ कोविंद (25 जुलाई 2017 से 25 July 2024)
जैसा कि मैं ऊपर विस्तार से बता चुका हूं की राम नाथ कोविंद भारत के पूर्व राष्ट्रपति थे। मैने इनकी पूरी जीवनी ऊपर पूरे विस्तार से बताया है। ये एक भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ हैं। राम नाथ कोविंद भारत के 14 वें और वर्तमान राष्ट्रपति हैं। ये बिहार के पूर्व राज्यपाल भी रहे हैं।
15. द्रौपदी मुर्मू (25 जुलाई 2024 से वर्तमान)
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 54 के अनुसार, राष्ट्रपति एक निर्वाचन क्षेत्र द्वारा चुना जाता है इस निर्वाचन क्षेत्र में निम्नलिखित सदस्य भाग लेते हैं
- संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य और
- राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
- दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
आनुपातिक प्रतिनिधित्व के सिद्धांत के अनुसार, भारत के राष्ट्रपति को एक ही वैकल्पिक वोट द्वारा चुना जाता है। इस चुनाव के दौरान गुप्त मतदान होता है। राष्ट्रपति के चुनाव को अप्रत्यक्ष चुनाव भी कहा जाता है क्योंकि आम लोग स्वयं इस चुनाव में भाग नहीं लेते हैं लेकिन उनके द्वारा चुने गए सदस्य ही उनकी ओर से यह भूमिका निभाते हैं और राष्ट्रपति को चुनते हैं।
निर्वाचन क्षेत्र के सदस्य केवल एक व्यक्ति के लिए मतदान नहीं करते हैं, बल्कि सदस्यों की उनकी पहली, दूसरी, तीसरी आदि वरीयता के अनुसार मतदान करते हैं। इस प्रणाली को आनुपातिक निर्वाचन प्रणाली कहा जाता है। वह सदस्य जिसे मतगणना के बाद बहुमत मिलता है। उसे निर्वाचित घोषित किया जाता है। इन चुनावों के दौरान, राज्यसभा के सचिव आमतौर पर रिटर्निंग ऑफिसर होते हैं, चुनाव की घोषणा वही करता है।
राष्ट्रपति बनने के लिए कौन सी योग्यताएं होनी चाहिए?
राष्ट्रपति बनने के लिए, एक नागरिक के पास निम्नलिखित योग्यताएँ होनी चाहिए:
- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
- उम्मीदवार की आयु 35 वर्ष या उससे अधिक होना चाहिए।
- उम्मीदवार लोकसभा का सदस्य बनने योग्य हो।
- उसका कोई लाभ प्राप्त करने का श्रोत न हो। यानी वह यदि कहीं काम करता है तो उसे त्यागना होगा।
राष्ट्रपति का कार्यकाल पाँच वर्ष का होता है। लेकिन एक ही व्यक्ति को फिर से चुना जा सकता है। राष्ट्रपति को किसी भी अदालत में लाने की कोशिश नहीं की जा सकती है। उसे केवल महाभियोग लगाया जा सकता है। उसे अपने पांच साल पूरे होने से पहले किसी अन्य तरीके से हटाया नहीं जा सकता। उसकी मृत्यु या इस्तीफे के बाद केवल पांच साल से पहले उसका पद खाली हो जाता है। अन्यथा, वह पूरे पांच साल तक इस पद पर बने रहेंगे
राष्ट्रपति का वेतन कितना होता है?
अक्टूबर 2017 के पहले भारत में राष्ट्रपति का वेतन 1.5 लाख रुपए थे। लेकिन अक्टूबर 2017 में 7 वें वेतन आयोग लागू होने के बाद यह वेतन डेढ़ लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया है। यह राशि बिना टैक्स का होता है। इसपर कोई टैक्स नहीं लगाया जाता। इसके अलावा राष्ट्रपति को कई अन्य भत्ते तथा लाभ प्राप्त होते हैं। इन भत्तों में मुफ्त चिकित्सा, आवास और पूरे जीवन के इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है।
डॉ. जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद ऐसे राष्ट्रपति बने हैं, जिनकी मृत्यु के कारण पांच साल पहले पदभार संभाला गया था। नीलम संजीव रेड्डी सर्वसम्मति से चुने जाने वाले एकमात्र राष्ट्रपति थे।
भारत के राष्ट्रपति कौन है – List of All Presidents of India
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अंतिम शब्द,
आज इस पोस्ट में मैंने बताया कि वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति कौन हैं। मैंने यहां पर 1947 से अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के बारे में भी बताया। जैसा की आपने देखा की भारत के पहले प्रेसिडेंट डा. राजेंद्र प्रसाद थे तथा भारत के वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद हैं। आपने यह भी देखा की भारत में अब तक कुल 14 राष्ट्रपति बने हैं। आशा करता हूं आपके लिए यह जानकारी काफी मददगार होगी। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें। साथ ही यदि आपके मन में अभी भी इंडिया के वर्तमान प्रेसिडेंट से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें कॉमेंट करके बताएं।