PCOD Kya Hota Hai– आज के समय में अधिकांश महिलाओं को PCOD क्या होता है इसके बारे में पता नहीं है, जबकि महिलाओं में होने वाली ये समस्या अब आम हो चुकी है। ऐसे में क्या आप भी इन महिलाओं में शामिल है और आपको पीसीओडी क्या होता है इसके बारे में जानकारी नहीं, तो कोई बात नहीं आपके लिए हमारा यह पोस्ट काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
क्योंकि आज के लेख में मैं आप सभी को PCOD Kya Hota Hai से संबंधित हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाला हूं। इसलिए अगर आपको भी PCOD In Hindi से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी है, तो लेख के अंत तक बनें रहें।
पीसीओडी क्या है? | PCOD Kya Hota Hai
PCOD का मतलब होता है Polycystic Ovary Disease। इसे सरल भाषा में लोग PCOD कहते है। दरअसल, यह परेशानी समस्या आम तौर पर महिलाओं के भीतर हार्मोनल असंतुलन होने की वजह बनती है। जिसकी वजह से महिलाओं के शरीर में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन की क्षमता बढ़ती है।
आज में समय में महिलाओं में होने वाली पॉलीसिस्टिक अंडाशय डिजीज अब एक आम परेशानी बन चुकी है। वही यह एक ऐसा रोग है जिसमें आम तौर पर हॉर्मोन्स की वजह से ओवरी में छोटी-छोटी सिस्ट या गांठ जैसी समस्या हो जाती है। वही इन्हीं समस्याओं की वजह से महिलाओं में हार्मोनल चेंज होने लगते हैं। क्योंकि इसका सीधा असर पीरियड्स और प्रेग्नेंसी पर देखने को मिलता है।
पीसीओडी होने के क्या कारण है?
PCOD होने के कई अलग अलग कारण हो सकते है। वही यदि आपको इन कारणों के बारे में जानकारी हो जाए, तो आप काफी हद तक इससे अपना बचाव कर सकते हैं। तो चलिए बिना समय गंवाए आपको आगे के लेख में मैं PCOD के कारण से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने वाला हूं। जो कि इस प्रकार है:-
- अस्वस्थ जीवनशैली
- खान पान में लापरवाही
- पीरियड्स में असंतुलन होना
- निष्क्रिय जीवनशैली
- शारीरिक गतिविधि नहीं करना
- पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन न करना
- सिगरेट और शराब का ज्यादा सेवन करना
- आनुवंशिक कारण
- अचानक से मोटापा या वजन का बढ़ जाना
- शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाता
पीसीओडी होने के लक्षण क्या है?
आपने हमारे PCOD Kya Hota Hai के अभी तक के पोस्ट में PCOD क्या है और ये क्यों होता है इससे जुड़ी जानकारी तो अच्छे से समझ ही चुके होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि इसके होने के लक्षण क्या है, यदि नहीं तो चलिए अब इसके सभी सिम्टम्स के बारे में जान लेते है। जो कि इस प्रकार है:-
- बाल झड़ना
- पीरियड्स अनियमित होना
- वजन बढ़ना
- शरीर पर एक्स्ट्रा बाल आना
- श्रेणी में दर्द होना
- मुंहासे आना
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- बांझपन की शिकायत होना
- नींद नहीं आना
- थकान महसूस होना
- त्वचा तैलीय होना
- सिर दर्द बढ़ना
- दूसरे हार्मोन में असंतुलन होना
- मूड में अचानक बदलाव आना
यदि आपको भी उपर दिए गए लक्षण महसूस होते है, तो जल्द से जल्द आपको किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करने की आवश्यकता होगी। क्योंकि समय पर स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह नही लिया जाए, तो समस्या गंभीर हो सकती है।
पीसीओडी से कैसे करें बचाव?
अधिकांश महिलाओं में ओवेरियन सिस्ट बगैर किसी उपचार के ही सही हो जाते है। वही पर जिन महिलाओं में सर्व सिमटम वाले सिस्ट की समस्या होती है, उन्हें तो जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता होती है। हालांकि, आपको पहले कुछ घरेलू उपचार करके देखना चाहिए।
हालांकि, ये समस्या पूरी तरह से ठीक न होती, लेकिन आपको डॉक्टर कुछ घरेलू उपचार और डॉक्टर की सलाह के अनुसार कुछ दवाइयों का सेवन करना चाहिए। इससे आपकी समस्या कम जरूर हो सकती है।
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पीसीओडी के उपचार क्या है?
क्या आप भी उन महिलाओं में शामिल है, जो PCOD से ग्रस्त है, यदि हां तो अब आपको टेंशन लेने की कोई आवश्यकता नहीं हैं। क्योंकि इसके कुछ घरेलू उपचार भी है, जिसको फॉलो करके PCOD के उपचार किए जा सकते हैं। तो चलिए अब बिना समय गंवाए इन उपचार के बारे में जान लेते है। जो कि निम्न है
1. पीसीओडी के लिए सेब के सिरके के फायदे
जैसा कि हम जानते है कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए सेब का सिरका सबसे फायदेमंद माना जाता है। अगर आप सब का सिरका का सेवन करते है, तो इससे इंसुलिन कम बनता है। यही वजह है की इससे हार्मोनल इंबेलेंस होने के चांस कम होते है।
2. भोजन के लिए अलसी का करे इस्तेमाल
PCOD के उपचार में अलसी के खूब फायदे होते है। क्योंकि शरीर में अलसी के जाने से ब्लड प्रेशर, एंड्रोजन और कोलेस्ट्रॉल कम करता है। यही वजह है की इस रोग में आपको अपने भोजन के लिए असली का उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही अच्छी बात तो यह है की यह दिल की बीमारियों से भी आपका बचाव करता है।
3. भोजन के लिए दालचीनी का करें उपयोग
क्या आप भी अक्सर पीरियड्स में होने वाली अन्य समस्याओं से जूझती है, यदि हां तो अब आपको अपने भोजन के लिए दालचीनी का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि दालचीनी में पाए जाने वाले गुण अनियमित मासिक धर्म से जुड़े परेशानियों से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित होता है।
4. भोजन के लिए मेथी
यदि आपका वजन काफी ज्यादा बढ़ गया है और आप भी PCOD जैसी गंभीर समस्या का सामना कर रहे है, तो ऐसे में आपको अपने भोजन में मेथी का उपयोग अवश्य करना चाहिए। क्योंकि मेथी में पाए जाने वाले गुण वजन को कम करने में और हार्मोनल को कम करने में भी फायदेमंद साबित होता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक सिद्ध होता है।
FAQ’S Related To PCOD Kya Hota Hai
Q1. PCOS और PCOD में क्या फर्क है?
दरअसल, PCOD को कोई रोग नहीं समझा जाता है। क्योंकि यह अधिकांश तौर पर खराब जीवन शैली की वजह से होता है। वही इसे कुछ घरेलू उपचार से ठीक किया जा सकता है। वही PCOS एक मेटाबोलिक विकार है। पीसीओएस के मुकाबले में पीसीओडी अधिक कॉमन माना जाता है।
Q2. क्या PCOD की समस्या को दूर किया जा सकता है?
जी हां PCOD की समस्या को दूर किया जा सकता है।
निष्कर्ष
आशा करता हूं कि आपको हमारा PCOD Kya Hota Hai का यह पोस्ट पसंद आया होगा। क्योंकि आज के इस पोस्ट में मैंने आप सभी को पीसीओडी क्या होता है और इसके उपचार क्या है इत्यादि से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया है। इसके साथ ही अगर आपको हमारे आज के PCOD के इस पोस्ट को पढ़कर कोई सवाल पूछना हो, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। साथ ही पोस्ट पसंद आए, तो शेयर जरूर करें।