Hanuman Chalisa in Hindi | हनुमान चालीसा हिंदी में पढने के लिए

Author: Amresh Mishra | 12th जुलाई 2024

Hanuman Chalisa in Hindi: आज इस पोस्ट में हम आपको Hanuman Chalisa Hindi Lyrics के बारे में बताने वाले हैं. अक्सर लोग Hanuman chalisa पढ़कर बजरंग बली की उपासना करते हैं। ऐसा मानना है कि जो व्यक्ति Hanuman Chalisa पढ़ता है या इसका नियमित रूप से पाठ करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी को संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता है।

Hanuman ji के कई अन्य नाम जैसे पवनसुत, बजरंग बली, हनुमान, संकट मोचन, पवन कुमार, महावीर, रामदूत, मारुततनय, अंजनिपुत्र, आंजनेय, कपीश्वर, केसरी नंदन, मारुति आदि हैं। इस पोस्ट में हनुमान चालीसा हिंदी लिरिक्स (Hanuman Chalisa in Hindi) दिया गया है जिसे आप पढ़ सकते हैं। साथ ही इस पोस्ट के अंत में Hanuman Chalisa PDF दिया गया है जिसे आप एक बार डाउनलोड करके हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

हनुमान जी कलयुग के साक्षात देवता हैं। उनका जो भी पूजा करता है वह सदैव प्रसन्न रहता है। इनका नाम स्मरण करने से भूत प्रेत जैसी बालाएं भी हमसे दूर रहती है। जो भक्त “Hanuman Chalisa in Hindi” पढ़ते हैं या Hanuman Chalisa का पाठ करते हैं उनसे हनुमान जी सदैव प्रसन्न रहते हैं और भक्तों पर उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार तुलसीदास को हनुमान जी के वजह से ही भगवान श्रीराम के दर्शन प्राप्त हुए। इस वजह से हनुमान जी के शक्ति और महिमा को देखते हुए तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना की। आइए तुलसीदास जी के द्वारा रहित हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa hindi lyrics) सुनें अथवा हिंदी व इंग्लिश भाषा में पढ़ें।

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi

श्री हनुमान चालीसा हिंदी में | Hanuman Chalisa in Hindi | Hanuman Chalisa in Hindi | हनुमान चलिषा हिंदी में पढने के लिए

दोहा :

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।

बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। 

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। 

चौपाई :

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।

जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

रामदूत अतुलित बल धामा।

अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी।

कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन बरन बिराज सुबेसा।

कानन कुंडल कुंचित केसा।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।

कांधे मूंज जनेऊ साजै।

संकर सुवन केसरीनंदन।

तेज प्रताप महा जग बन्दन।।

विद्यावान गुनी अति चातुर।

राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।

राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।

बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

भीम रूप धरि असुर संहारे।

रामचंद्र के काज संवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये।

श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।

तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।

अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।

नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते।

कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।

राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।

लंकेस्वर भए सब जग जाना।।

जुग सहस्र जोजन पर भानू।

लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।

जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।

सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे।

होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।

तुम रक्षक काहू को डर ना।।

आपन तेज सम्हारो आपै।

तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।

महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा।

जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै।

मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा।

तिन के काज सकल तुम साजा।

और मनोरथ जो कोई लावै।

सोइ अमित जीवन फल पावै।।

चारों जुग परताप तुम्हारा।

है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु-संत के तुम रखवारे।

असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।

अस बर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा।

सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को पावै।

जनम-जनम के दुख बिसरावै।।

अन्तकाल रघुबर पुर जाई।

जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई।

हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।

संकट कटै मिटै सब पीरा।

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं।

कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई।

छूटहि बंदि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।

होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा।

कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।। 

दोहा :

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।

राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।

Doha

Shri Guru Charan Saroj Raj, Nij Man Mukar Sudhāri,

Barnau Raghuvar Bimal Jasu, Jo dāyaku Phal Chāri

Buddhi heen Tanu Jānike, Sumiro Pavan Kumar,

Bal Buddhi Vidyā Dehu Mohi, Harahu Kalesh Bikār

Chaupai

Jai Hanumān Gyān Guna Sāgar, Jai Kapis Tihun Lok Ujāgar

Rāmdoot Atulit Bal Dhāmaa, Anjani Putra Pavansut nāmaa.

Mahābeer Bikram Bajrangi, Kumati Nivār Sumati Ke Sangi.

Kanchan Baran Birāj Subesaa, Kānan kundal kunchit kesā.

Hāth Bajra Aur Dhvajā Birāje, Kāndhe Moonj Janeu sāje.

Shankar Suvna Kesari Nandan, Tej Pratāp Mahā Jag Vandan.

Vidyāvān Guni Ati Chātur, Rām Kāj Karibe Ko Ātur

Prabhu Charitra Sunibe Ko Rasiya, Rām Lakhan Sitā man basyiā.

Sukshma roop Dhari Siyahi Dikhāwa, Bikat roop Dhari Lank Jarāwā

Bhim roop Dhari Asur Sanhare, Rāmchandra Ke kāj Savāre.

Lāye Sanjivan Lakhan Jiyāye, Shri Raghubir harashi ur laye.

Raghupati Kinhi Bahut Badāi, Tum Mama Priya Bharat hi sam Bhāi.

Sahastra Badan Tumharo Jas Gāve, Asa kahi Shripati Kanth Lagāve.

Sanakādik Brahmādi Munisa, Nārad Sārad Sahit Aheesa

Jam Kuber Digpāl Jahān Te, Kabi Kovid Kahin Sake Kahān Te

Tum Upkār Sugrivahi Keenhā, Rām Miāli Rājpad Dinhā

Tumhāro Mantra Bibhishan Māna, Lankeshwar Bhaye Sab Jag Jāna.

Jug Sahastra Jojan Par Bhānu, Leelyo Tāhi Madhur Phal Jānu

Prabhu Mudrikā Meli Mukh Māhi, Jaladhi Langhi Gaye Acharaj Nāheen.

Durgam Kāj Jagat Ke Jeete, Sugam Anugrah Tumhre Te Te.

Rām Duware Tum Rakhavare, Hot Na Āgya Bin Paisāre.

Sab Sukh Lahen Tumhari Sarnā, Tum Rakshak Kāhu Ko Darnā.

Āpan Tej Samhāro Āpei, Teeno Lok Hank Te Kanpei

Bhoot Pisāch Nikat Nahi Āvei, Mahābir Jab Nām Sunāve.

Nāsei Rog Hare Sab Peerā, Japat Niranter Hanumant Beerā

Sankat Te Hanuman Chhudavei, Man Kram Bachan Dhyan Jo Lāvei.

Sub Par Rām Tapasvee Rājā, Tinke Kāj Sakal Tum Sājā

Aur manorath jo koi lāvai, Sohi amit jeevan phal pavai

Chāro Yug partap tumhārā, Hai prasiddh jagat ujiyārā

Sādhu Sant ke tum Rakhware Asur nikandan Rām dulāre

Ashta sidhi nav nidhi ke dāta Us var deen Jānki mātā

Rām rasāyan tumhāre pāsā Sadā raho Raghupati ke dāsā

Tumhāre bhajan Rām ko pāvai Janam janam ke dukh bisrāvai

Anth kāl Raghuvir pur jāyee Jahān janam Hari-Bhakta Kahāyee

Aur Devta Chit nā dharehi, Hanumant se hi sarve sukh karehi

Sankat kate mite sab peerā, Jo sumirai Hanumat Balbeera

Jai Jai Jai Hanuman Gosai, Kripā Karahu Gurudev ki nāyiin

Jo sat bar pāth kare koi Chhutehi bandi mahā sukh hohi

Jo yah padhe Hanuman Chālisa Hoye siddhi sakhi Gaurisa

Tulsidas sadā hari cherā Keejai Dās Hrdaye mein derā

Doha

Pavantanay sankat-haran, Mangal murti roop.

Rām Lakhan Sitā sahit, Hriday basahu sur bhoop

हनुमान चालीसा पीडीएफ (Hanuman Chalisa PDF in Hindi)

यहां पर हनुमान चालीसा हिंदी लिरिक्स पीडीएफ का डाउनलोड लिंक दिया गया है। इस पीडीएफ में शुद्ध हिंदी भाषा में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa lyrics PDF in Hindi) लिखा हुआ है।

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Hanuman Chalisa in Hindi

आज इस पोस्ट में आपको हनुमान चालीसा हिंदी में पढने के लिए (Hanuman chalisa in Hindi) मिला. साथ ही मैंने इस पोस्ट में हनुमान चालीसा लिरिक्स पीडीऍफ़ का डाउनलोड लिंक भी दिया. आशा करता हूँ की आपको इस पोस्ट से मदद मिली होगी. यदि आपको यह पोस्ट सच में उपयोगी लगा हो तो इसे अन्य भक्तों के साथ भी जरुर शेयर करें. साथ ही यदि आपको किसी अन्य चालीसा या उसका पीडीऍफ़ की जरुरत हो तो हमें कमेंट करके बताएं.

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Author: Amresh Mishra

I am Amresh Mishra, owner of My Technical Hindi Website. I am a B.Sc graduate degree holder and 21yrs old young entrepreneur from the City of Patna. By profession, I'm a web designer, computer teacher, google webmaster and SEO optimizer. I have deep knowledge of Google AdSense and I am interested in Blogging.

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