What Is A Prefix ? | उपसर्ग क्या है?

Author: Amresh Mishra | 21st फ़रवरी 2024

What is a prefix : हिंदी व्याकरण की प्रत्येक शाखा विद्यार्थी के लिए जरूरी होती है। उपसर्ग किसे हिंदी व्याकरण की मुख्य शाखा माना जाता है। इस आर्टिकल की मदद से हम आपको हिंदी व्याकरण की विशेष शाखा उपसर्ग के बारे में डिटेल में जानकारी देने का प्रयास करेंगे। आज के इस आर्टिकल में आपको उपसर्ग की परिभाषा और उपसर्ग के उदाहरण के साथ साथ उपसर्ग के प्रकार के बारे में भी जानकारी मिलने वाली है।

इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की What Is A Prefix ?, उपसर्ग क्या है?, पसर्ग की परिभाषा, Definition Of Prefix, उपसर्ग का मतलब, Meaning Of Prefix, उपसर्ग के उदाहरण, Examples Of Prefix, उपसर्ग के प्रकार, Types Of Prefix, व हिंदी व्याकरण एक ऐसा विषय है जिसको समझने के लिए अनगिनत तरीके हो सकते है, लेकिन हम पूरी कोशिश करते हैं कि आप को सबसे सरल और सहज भाषा का प्रयोग करके हिंदी व्याकरण के इन उपसर्ग को समझाएं।

What Is A Prefix
What Is A Prefix

What Is A Prefix | उपसर्ग की परिभाषा | Definition Of Prefix

What Is A Prefix : वह शब्दांश जो किसी शब्द के आगे जुड़कर उस शब्द के अर्थ में भिन्नता उत्पन्न करते हैं, या उस शब्द के अर्थ में विशेष रूप से परिवर्तन आ जाता हैं,मूल शब्दों के अर्थ मे बदलाव आ जाता हैं, उन अव्यय को “उपसर्ग” कहा जाता हैं। सरल भाषा में युं कह सकते हैं कि नजदीक आकर नया शब्द बनाना।

भाषा के वह अशं जो मूल शब्द के प्रारम्भिक तौर पर आलिंगन होकर नये शब्दों का निर्माण करते हैं, एसे लघुत्तम अर्थवान खंडो को उपसर्ग कहा जाता हैं।

उपसर्ग ऐसे शब्द है जिनका अलग से कोई विशेष महत्व नही होता, इनका स्वतंत्र रुप से कोई प्रयोग नहीं होता हैं।
ये शब्दों के आगे जुड़कर नये शब्दों में बदल जाते हैं। ऐसे छोटे से अंश शब्दों के समीप आकर उस शब्द के अर्थ मे नवीनतम प्रतिकूलता उत्पन्न करते हैं।

उपसर्ग का मतलब | Meaning Of Prefix

What Is A Prefix : “उपसर्ग” साधारण तौर पर समझे जैसे- “उप” का अर्थ होता हैं, समीप या निकटतम,नजदीक और “सर्ग” का मतलब होता हैं, सर्जन करना। यानी की पास आकर नये शब्दों की सृष्टि करना।

जैसे- ‘काश’ के आगे ‘प्र’ उपसर्ग लगा दिया तो एक नया शब्द बन गया- “प्रकाश” इस नए शब्द का अर्थ होगा उजाला करना।

कभी-कभी उपसर्ग के प्रयोग से शब्द का बिल्कुल भी विपरीत अर्थ निकलता है, जैसे- अ+शान्ति= अशान्ति।
तो सीधा सा मतलब है कि उपसर्ग से एक तो शब्द के अर्थ में नहीं विशेषता जाती है, और उन शब्दों के अर्थों में एक प्रतिकूलता उत्पन्न होती है, और शब्द के अर्थ में कोई खास अंतर नहीं होता है।

जो अक्षरों का समूह आता है उन्हें हम हिंदी भाषा में “शब्द” कहते हैं, जो अपने आप में स्वतंत्रता मौजूद रखते हैं और किसी भी वाक्य में स्वतंत्रता पूर्वक प्रयुक्त होता है।

वाक्य की तरह अक्षरों के जो समूह होते हैं, जो अपने आप में स्वतंत्र नहीं होते इनका स्वतंत्र रूप से कहीं भी प्रयोग नहीं होता है जब तक वह किसी शब्द के प्रथम में या उनके साथ जुड़ नहीं जाते तब तक उपसर्ग नहीं होता यानी कहने का मतलब यह है कि उस शब्द में सार्थकता तभी आती है जब वह किसी वाक्य के साथ जोड़ दिये जायेंगे।

अब यहाँ तक आसानी से समझ आ गया होगा की उपसर्ग किसे कहते हैं। तो अब चलिए आगे की कड़ी मे समझते हैं कि उपसर्ग कितने प्रकार के होते हैं।

उपसर्ग के उदाहरण | Examples Of Prefix

What Is A Prefix : हिंदी व्याकरण के हर एक कड़ी को समझने के लिए उदाहरण का प्रयोग किया जाता है उपसर्ग के उदाहरण नीचे कुछ इस प्रकार से दिए गए हैंः

प्र + हार = प्रहार : चोट करना
आ + हार = आहार : भोजन
सम् + हार = संहार : नाश
वि + हार = विहार : मनोरंजनार्थ यत्र-तत्र घूमना
परि + हार = परिहार : अनादर, तिरस्कार
उप + हार = उपहार : सौगात
उत् = हार = उद्धार : मोक्ष, मुक्ति

उपसर्ग के प्रकार | Types Of Prefix

What Is A Prefix : हिंदी भाषा में मुख्यत रूप से उपसर्ग तीन प्रकार के होते हैं। जो इस प्रकार हैं।

  1. हिंदी के उपसर्ग।
  2. संस्कृत के उपसर्ग।
  3. उर्दू या विदेशी भाषा के उपसर्ग।

अब आपको यह बता दें कि यह जो तीन मुख्य उपसर्ग है इन तीनों उपसर्ग के भी इनके अलग-अलग संख्याएं हैं जो निम्नलिखित हैं।

  1. हिंदी के उपसर्ग

हिंदी उपसर्ग में जो मुख्यत उपसर्ग होते हैं वह इस प्रकार है, जैसे-

अ, अन, उ, अध, उन,औ कु,दु, नि, सु, भर,चौ, ति, पर,बिन,चिर्, बहु, सह, स्व आदि।

तो आगे चलिए अब हम आपको इन उपसर्गों के उदाहरण के तौर पर समझाने की कोशिश करते हैं।

उपसर्ग अर्थ उदाहरण

  • अ नहीं अकाज, अचेत,अठल,अछूता
  • अन बिना अनपढ, अनदेखा, अनमोल
  • उ ऊँचा उछालना, उतारना, उजड़ना
  • अध आधा अधमरा, अधपका, अधखिला
  • उन एक कम उनसठ, उन्नासी,उनचास
  • औ नीचा औगुण, औघट, औसर
  • कु बुरा कपुत, कुचाल
  • दु दो दुनाली,दुरंगा, दुमुंहा
  • नि विपरीत निडर,निशान, निपट
  • सु अच्छा सपुत, सुयश, सुकान्त
  • भर पुरा भरपुर, भरमार
  • चौ चार चौमासा, चौखट
  • ति तीन तिपाही, तिमाही, तिरंगा
  • पर दुसरा परहित, परकाज,
  • बिन अभाव बिनदेखा, बिनखाया,
  • चिर् सदैव चिरपरिचित, चिरजीवी
  • बहु ज्यादा बहुमत, बहुमुखी
  • सह साथ सहचर,सहगामी,सहयोग
  • स्व अपना स्वदेश, स्वपन, स्वराज

इस प्रकार आपको हिंदी के उपसर्ग और अर्थ उदाहरण सहित समझ आ गया होगा।

संस्कृत के उपसर्ग

संस्कृत के उपसर्ग अर्थ और उदाहरण, जो इस प्रकार है-
ध्यान रखने योग्य बात यह है कि संस्कृत के जो भी उपसर्ग है वह सभी तत्सम शब्दों के साथ में हिंदी भाषा में प्रयुक्त होते हैं।

संस्कृत भाषा के जो मुख्य उपसर्ग होते हैं, वह इस प्रकार है-
अति, अधि, अनु, अप, अपि, अभि, अव, आ, उद्, उप, दुर, नि, प्र, प्रति, परा, परि, सम्, सु, वि आदि
उदाहरण स्वरुप-

उपसर्ग अर्थ उदाहरण

  • अति ऊपर अतिप्रिय, अतिरिक्त, अत्यधिक
  • अधि प्रधान अधिकार, अधिकरण, अधिशेष
  • अनु पीछे अनुज, अनुग्रह, अनुकरण
  • अप दीनता अपमान, अपयश, अपकीर्ति
  • अपि निश्चय अपितु, अपिहित,अपिधान
  • अभि सामने अभिमान, अभिवादन, अभिषेक
  • अव हीनता अवगुण, अवनति, अवसाद
  • आ पूर्ण आदेश, आहार, आगमन
  • उद् श्रेष्ठ उदार, उत्साह, उत्थान
  • उप सहायता उपवास, उपदेश, उपहार
  • दुर निंदा दुर्जन, दुराचार, दुष्कर्म
  • नि निषेध निवारण, निलय, निषेध
  • प्र आगे प्रकाश ,प्रयोग, प्रबल
  • प्रति समानता प्रतिवर्ष, प्रतिवाद, प्रतिध्वनि
  • परा विपरीत पराधीन, पराजय, पराकाष्ठा
  • परि चारों ओर पर्यावरण, परिक्रमा, परिवर्तन
  • सम् पूर्णता संयोग, सम्मान, संसार
  • सु अच्छा सुयोग, सुगम, सुमन
  • वि विशेष. विभाग, विदेश, विपरीत।

तो इस तरह आपको संस्कृत के उपसर्ग समझ में आ गए होंगे।

उर्दू और विदेशी भाषा के उपसर्ग

What Is A Prefix : उर्दू या जो विदेशी भाषा के उपसर्ग होते हैं, उन उपसर्गों के अर्थ और उदाहरण सहित समझने की कोशिश करेंगे
जैसा कि भारत देश में बहुत समय तक उर्दू और अन्य विदेशी भाषाएं काफी प्रचलित रही थी, अतः हिंदी भाषा में उर्दू अंग्रेजी आदि अनेक भाषाओं के उपसर्ग भी प्रयुक्त होने लगे हैं।
उर्दू भाषा या विदेशी भाषा में जो उपसर्ग प्रयुक्त होते हैं वह इस प्रकार है-

अल, ना, ऐन, ला, बद, बा, गैर, खुश, कम, हम, बिला, बे, दर हर, ब, सर, नेक, हैड, सब, हाफ आदि।

उपसर्ग अर्थ उदाहरण

  • अल निश्चित अलविदा, अलबेला, अलमस्त
  • ना रहित नालायक, नापसंद, नापाक
  • ऐन ठीक ऐनवक्त, ऐनमौका
  • ला बिना लाचार, लापता, लाजवाब
  • बद रहित बदनाम, बदतमीज, बदजात
  • बा साथ बाकायदा, बा-आदब
  • गैर भिन्न गैरहाजिर, गैरकानूनी, गैरत
  • खुश अच्छा खुशमिजाज,खुशखबरी, खुशकिस्मत
  • कम थोड़ा कमजोर, कमसिन, कमअक्ल
  • हम साथ हमसफर, हमराह, हमदम
  • बिला बिना बिलाशक, बिलाकसूर, बिलावजह
  • बे अभाव बेहद, बेचैन, बेचारा
  • दर में दरअसल, दरकार, दरवेश
  • हर प्रत्येक हरघड़ी, हरवर्ष, हररोज
  • ब साथ बदस्तुर, बतौर, बशर्त
  • सर मुख्य सरकार, सरदार, सरताज
  • नेक भला नेकदिल, नेकनीयत, नेकनाम
  • हैड प्रमुख हैडमास्टर, हैडबॉय, हैडगर्ल
  • सब उप सबइंस्पेक्टर, सब-कमेटी
  • हाफ आधा हाफपेंट, हाफटिकट, हाफ शर्ट आदि।

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FAQ

उपसर्ग किसे कहते हैं?

उपसर्ग की परिभाषा (प्रविष्टि 2 का 3) 1: एक शब्द, आधार, या वाक्यांश की शुरुआत से जुड़ा एक प्रत्यय और एक व्युत्पन्न शब्द या एक विभक्ति का निर्माण करने के लिए सेवा करना – प्रत्यय की तुलना करें। 2: किसी व्यक्ति के नाम से पहले इस्तेमाल किया जाने वाला शीर्षक।

उपसर्ग का नियम क्या है?

अंग्रेजी में उपसर्ग जोड़ने से शब्द की वर्तनी नहीं बदलती है। उपसर्ग के साथ किसी शब्द को सही ढंग से लिखने के लिए आपको बस इतना करना है कि दोनों को एक साथ लिख दें और उनके बीच कोई स्थान न हो ।

बच्चों का उपसर्ग क्या है?

उपसर्ग वे शब्द हैं जो किसी अन्य शब्द के प्रारंभ में जोड़े जाते हैं ताकि उसे एक नया अर्थ दिया जा सके । दूसरी ओर, किसी शब्द के अंत में उसके अर्थ को बदलने के लिए प्रत्यय जोड़े जाते हैं।

निष्कर्ष

उपसर्ग हिंदी व्याकरण में मुख्य तौर पर उपयोग किया जाता है। उपसर्ग के एक हिंदी व्याकरण की मुख्य शाखा है जिसके बिना हिंदी व्याकरण अधूरी है आज के आर्टिकल में हमने आपको What Is A Prefix ?, उपसर्ग क्या है?, पसर्ग की परिभाषा, Definition Of Prefix, उपसर्ग का मतलब, Meaning Of Prefix, उपसर्ग के उदाहरण, Examples Of Prefix, उपसर्ग के प्रकार, Types Of Prefix, व उपसर्ग के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी यदि किसी व्यक्ति को हमारे इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।

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Author: Amresh Mishra

I am Amresh Mishra, owner of My Technical Hindi Website. I am a B.Sc graduate degree holder and 21yrs old young entrepreneur from the City of Patna. By profession, I'm a web designer, computer teacher, google webmaster and SEO optimizer. I have deep knowledge of Google AdSense and I am interested in Blogging.

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