Artificial Intelligence क्या है? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कैसे काम करता है?

Author: Amresh Mishra | 30th अप्रैल 2024

Artificial Intelligence (AI) kya hai: आज इस पोस्ट में हम बताने वाले हैं कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) क्या है (What is Artificial Intelligence in Hindi)? आपने आज से पहले AI के बारे में तो जरूर सुना होगा। आजकल लगभग सभी के स्मार्टफोन है जिसमे AI Enabled Apps जैसे Google Maps, Google Assistant आदि मौजूद है। यदि देखा जाय तो ये Apps आपके पूछे गए सवालों का अच्छे से जवाब देते हैं। ऐसा लगता है जैसे इनके पास भी दिमाग है।

इस पूरे संसार में शायद मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जिसमे सोचने समझने और निर्णय लेने की शक्ति है। इसी दिमाग का प्रयोग करके आज वह नई नई तकनीक का आविष्कार कर रहा है। ऐसे ही आविष्कार में से एक है Computer या Smartphone जिसका उपयोग हम लगभग सभी करते है। ये आविष्कार हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुके है और इसके वजह से हम हमारी जिंदगी में अनेकों बदलाव आए हैं।

जैसा कि मैंने पहले बताया कि आज रोजाना नई नई तकनीक का विकाश हो रहा है। अब वैज्ञानिकों का प्रयास यह है कि वे मनुष्य के तरह सोचने समझने और निर्णय लेने वाला चलता फिरता मशीन का निर्माण करें। एक ऐसा मशीन जो वह सभी काम कर सके जो मनुष्य करता है। इसी Advance Technology के इस्तेमाल से बनने वाले मशीन को Artificial intelligence या कृत्रिम बुद्धिमता या AI कहा जाता है। आज इस पोस्ट में आप इस नयी तकनीक के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे। इस पोस्ट में आप जानेंगे Artificial Intelligence (AI) क्या है? AI कितने प्रकार का होता है। AI फुल फॉर्म क्या होता है और Artificial intelligence का भविष्य क्या होगा आदि। तो चलिए शुरू करते हैं।

Artificial Intelligence (AI) क्या है? इसके उपयोग और उदाहरण

कृत्रिम बुद्धिमता (AI) क्या है? (Artificial Intelligence in Hindi)

कृत्रिम बुद्धिमता (AI) कम्प्यूटर साइंस की एक शाखा है जिसका उद्देश्य एक ऐसी मशीन का निर्माण करना है जो मनुष्य के तरह सोच समझ सके और काम कर सके। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और आईटी सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नामक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का क्षेत्र दिन-प्रतिदिन विस्तार कर रहा है।

Artificial Intelligence जिसे हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमता कहा जाता है। यहां कृत्रिम का अर्थ है मानव निर्मित या ऐसा चीज जिसका निर्माण इंसानों ने किया है। और बुद्धिमता का मतलब है Intelligence यानि जिसमें सोचने समझने की शक्ति मौजुद हो। यदि सीधी शब्दों में कहें तो जब हम किसी कंप्यूटर को इस तरह तैयार करते हैं कि वह मनुष्य की अक्लमंदी की तरह कार्य कर सके तो उसे आर्टिफिशल इंटेलिजेंस कहा जाता है। अर्थात जब हम किसी मशीन में इस तरह के प्रोग्राम सेट करते हैं कि वह एक मनुष्य के जैसे कार्य कर सके उसे Artificial Intelligence कहा जाता है।

हमारे अंदर जो दिमाग होता है वह समय के साथ डेवलप होता है और हम किसी चीज को छूकर या देखकर कुछ निर्णय लेते हैं। ठीक उसी तरह इन Machines में भी ऐसी Intelligence को डेवलप किया किया जाता है जो उसी तर्क के आधार पर कार्य करता है। Artificial intelligence तकनीक के मदद से ही Robotic System तैयार हो पाया है। Computer Science के वैज्ञानिक बहुत पहले से Artificial Intelligence के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बहुत पहले ही AI के संदर्भ में ऐसी योजना बनाई थी कि एक ऐसा मशीन बनाया जाय जो मनुष्यों जैसे सोच सके। वे सोचने और समझने का काम अपने दिमाग के बजाय Computer या किसी यंत्र से कराना चाहते हैं। यही वज़ह है की Artificial Intelligence के विकाश पर जोर दिया जा रहा है। Computer Science में Artificial Intelligence को Machine Learning के नाम से भी जाना जाता है। Machine Learning एआई को खुद को इंप्रूव करने और खुद से सीखने कि क्षमता प्रदान करता है। मशीन लर्निंग ऐसे Computer Program के Develope पर kफोकस करता है जो खुद डाटा को एक्सेस करके सीख सके। आजकल Machine Learning और Artificial Intelligence के लिए सबसे अधिक Python Programming Language का इस्तेमाल किया जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस / कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उदाहरण

Artificial Intelligence ने कई मामलों में अपना कमाल दिखाया है। और आज भी वे भविष्य के लिए तैयार हैं। काम करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता की क्षमता को देखते हुए, कंपनी ने Machine Learning में अच्छा निवेश किया है, यही वजह है कि AI वाले Product और यहां तक ​​कि AI Application भी दुनिया में आए। तो आइए AI के कुछ सर्वोत्तम उदाहरणों पर ध्यान दें जो हम वास्तविक जीवन में उपयोग करते हैं।

Tesla

यदि आप एक Car Geek हैं तो आपने Tesla के बारे में सुना होगा जिसमें Self Driving की सुविधा होती है। यह AI के सर्वश्रेष्ठ ऑटोमोबाइल का एक उदाहरण है। जिसने ड्राइविंग में और सुधार किया है। इस कार में दो AI Chips का प्रयोग किया जाता है. इस Integrated Chip को Optimize करने के लिए Tesla ने Nvidea का भी सहारा लिया. आज कई कारों को इसकी सफलता को देखते हुए चलाया जा रहा है। आज दिन प्रतिदिन कई तरह के Self Driving Car का निर्माण किया जा रहा है जो की पूरी तरह Artificial Intelligence पर टिका है. उम्मीद है यह टेक्नोलॉजी और अधिक विकसित हो सकती है.

Nest

यह सबसे पुराना AI Startup है। 2016 में Google ने इसे खरीदा जो की जो की व्यवहार संबंधी एल्गोरिदम का उपयोग करता था। जो हमें जागरूक करता था और व्यवहारिक ऊर्जा से बचा सकता है। यह Nest Learning Thermostat सभी के लिए बहुत उपयोगी है। यह इतनी Intelligence Machine है जो की एक हफ्ते में ही आपके शरीर के लिए उपयोगी तापमान का पता लगा सकता था और दूसरी और यदि आपके घर में कोई न हो तो यह स्वतः ही उर्जा बचने के लिए Turn Off हो जाता था.

Google Map

Google कई मामलों में AI का उपयोग करता है। Google Maps आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक आज के मार्ग दर्शन के लिए बहुत उपयोगी है। इसने AI Mapping के साथ बहुत बड़ी तकनीक का उपयोग किया है। दूसरी ओर, सड़क को स्कैन करके, एल्गोरिदम का उपयोग करके यह सड़क की वर्तमान स्थिति को सटीक रूप से दिखाता है। इसकी खोज से आप किसी भी अनजान जगह पर आसानी से पहुंच सकते हैं। Google ने इसमें एक Voice Assistant भी जोड़ा है। ताकि यह आपको रास्ता बताए।

SIRI

SIRI AI का सबसे अच्छा आविष्कार है. यह Apple के द्वारा आविस्कर किया गया सबसे लोकप्रिय Virtual Assistant है. यह Apple फोन के माध्यम से सभी यूजर को यह व्यक्तिगत सहायक प्रदान करता है। जिसके माध्यम से आप सिर्फ सिरी से बात करके कई काम कर सकते हैं। यदि आप किसी को Message या कॉल करना चाहते हैं, तो सिरी से माध्यम से आसानी से किया जा सकता है। इतना ही नहीं, यह आपके लिए इंटरनेट से जानकारी भी खोज सकता है और आपके आदेशों के अनुसार काम कर सकता है। हालांकि Google भी इस तकनीक के आधार पर अपना Google Assistant लांच किया है जो इसके जैसे ही काम करता है.

Amazon Echo

Amazon Echo एक Smart Speaker का ब्रांड है जिसे Amazon के द्वारा develop किया गया है. यह ऐसा स्पीकर है जो आपके सवालों का जवाब दे सकता है, आपके लिए ऑडियो बुक पढ़ सकता है या आपके लिए Song प्ले कर सकता है. इसके बढ़ते उपयोग के कारण वर्तमान में भी यह उपलब्ध है। जो आपको सभी कार्यों में मदद करता है। इन सभी devices ने मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी और AI का उपयोग किया है और इन सबके साथ हमारा जीवन बहुत आसान हो गया है।

AI का इतिहास

Artificial Intelligence या कृत्रिम बुद्धिमता के रिसर्च की शुरूआत 1950 से ही हो चुकी थी। इस समय जब इंसान कम्प्यूटर की खोज कर रहा था तो उसके दिमाग में एक ऐसी सवाल उठी जो Artificial Intelligence की खोज की ओर अग्रसर हुई। वह सवाल था कि क्या एक मशीन इंसानों जैसा सोच सकती है। इसके बाद से वे एक ऐसे मशीन के विकाश में जुट गए जो सोचने और समझने की क्षमता रखता हो।

बहुत समय तक ऐसा ही चलता रहा और उसके बाद किसी तरह की कोई प्रक्रिया नहीं हुई। इसके बाद Norbert Wiener द्वारा अनेकों रिसर्च किए गए जो AI के विकाश में सहायक साबित हुए। उसके बाद 1955 में Newell और Simon के द्वारा 1955 में एक Logic Theorist का निर्माण हुआ। इस प्रोग्राम को First AI Program कहा जाता है। इसके बाद अनेकों Research हुए जिसका परिणाम हमारे सामने है।

Artificial intelligence के जनक किसे कहा जाता है?

Artificial Intelligence शब्द का सबसे पहले उपयोग John McCarthy ने किया था। वे अमेरिका के Computer Scientists थे जिन्होंने 1956 में सबसे पहले Artificial Intelligence के बारे में Dartmouth Press Conference में बताया था। इस सम्मेलन में 10 कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने भाग लिया, McCarthy ने उन तरीकों का पता लगाया, जिनसे मशीनें इंसानों की तरह सीख सकती हैं। इस वजह से John McCarthy को Father of Artificial Intelligence भी कहा जाता है।

वह ऐसी मशीनों को विकसित करने में विश्वास करते थे जो मनुष्य के दिमाग जैसा सोच सके और समस्याओं को सुलझा सके। 84 साल की उम्र में, जॉन मैककार्थी का 24 अक्टूबर, 2011 को निधन हो गया।

Artificial Intelligence की आवश्यकता क्यों है?

लोगों में सोचने और समझने की क्षमता है। लेकिन जब आप कुछ कार्य सटीकता और गति चाहते हैं, तो यह सभी जानते हैं कि यदि Machine को कोई निर्देश दिया जाय तो वह अपना काम बिल्कुल सटीकता से कर पायेगा। इसलिए AI को Human Brain और Computer की गति को संयोजित करने के लिए बनाया गया है। इस प्रकार की मशीन से सभी काम आसान हो जाते हैं। और यह आपके बहुत सारे काम को आसान बनाता है।

कई मामलों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग किया जाता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता ने कई चीजों को आसान बना दिया है। यह स्पष्ट है कि AI द्वारा हर काम पूरी सटीकता के साथ और अधिक तेज़ी से किया जा सकता है। इसके कई क्षेत्र हैं, उनका उपयोग किया जा रहा है और इस पर काफी शोध चल रहा है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि जैसा कि हम AI विकसित करते हैं और उन्हें हर पल अद्वितीय बनाते हैं, निकट भविष्य में ये मशीनें हम पर शासन कर सकती हैं, वे हमारी गतिशीलता को सीख सकते हैं और इसे अपना बना सकते हैं ताकि हम गुलाम बन जाएं। अन्यथा यह हमें हमेशा के लिए खत्म कर सकता था। लेकिन फिलहाल यह एक सिद्धांत है जो आने वाले वर्षों में ही जाना जाएगा।

Artificial Intelligence का लक्ष्य

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीक है जो इंसानों से ज्यादा और कम समय में आसानी से कार्य कर सकती है। यह भी सच है कि मनुष्य ने एक उपकरण बनाया है जिसमें मनुष्य की तुलना में अधिक शक्ति है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक मशीन है। जो इंसानों की तरह थकता नहीं है। और बिना रुके सभी काम जल्दी से कर सकता है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां इस तरह की मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। और इससे जुडी बहुत सारे शोध भी चल रहे हैं।

मनुष्य गलती कर सकता है लेकिन Artificial Intelligence नहीं और इसलिए उनकी कार्य क्षमता मानव से अधिक है। मशीन कुशलता से काम करती है। जहां भूलने की संभावना कम होती है। इन मशीनों में निर्णय लेने की भी शक्ति है। जिससे आप किसी भी सवाल का जवाब आसानी से और जल्दी से प्राप्त कर सकते हैं।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता या AI का मुख्य लक्ष्य ऐसी प्रणाली का निर्माण करना है जो इंसान की तरह सभी काम कर सके। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम आम लोगों की तरह व्यवहार कर सकते हैं और उनके जैसे कुछ सोचने, समझने और यहां तक ​​कि सीखने की क्षमता रखते हैं। कृत्रिम बुद्धि का उपयोग बढ़ रहा है। और ऐसे कई क्षेत्र हैं। जहां उन्हें लागू किया गया है। और कई मामलों में अनुसंधान जारी है। यह सभी कठिन काम को आसानी से और जल्दी से पूरा करने में भी मदद करता है। ये मशीनें भविष्य में AI के जरिए इंसानों से बेहतर काम कर सकेंगी।

AI के प्रकार (Types of Artificial Intelligence in Hindi)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है, इसका वर्गीकरण दो Type के आधार पर किया जाता है पहला Type है क्षमताओं के आधार पर और दूसरा टाइप है कार्यत्मकता (Functionalities) के आधार पर। तो चलिए जानते हैं Artificial Intelligence के मुख्य Types के बारे में।

AI Type 1 : क्षमताओं के आधार पर (Based on Capabilities)

क्षमताओं के आधार पर Artificial intelligence के तीन भाग हैं।

1. Weak AI या Narrow AI

Weak AI या Narrow AI ऐसी कृत्रिम बुद्धिमता है जिसका उपयोग छोटे कार्यों के लिए किया जाता है। ये ज्यादातर Virtual Personal Assistant के रूप में उपयोग किए जाते हैं। ये अपने कामो में Smart नहीं होते लेकिन ये इस तरह कार्य करते हैं कि Smart लगें। Google Assistant और Ludo Game इस AI के उदाहरण हैं। जब भी आप Ludo Game को कम्प्यूटर मोड में खोलते हैं तो आपने देखा होगा कि Computer आटोमेटिक रूप से अपना पारी चलता रहता है। इसकी कार्यप्रणाली सोफ्टवेयर में पहले से फिट रहते हैं। ठीक उसी तरह Google Assistant भी काम करता है।

2. सामान्य AI या General AI

General AI एक प्रकार की Artificial Intelligence है जो किसी भी कार्य को मानव की तरह दक्षता के साथ कर सकती है। वर्तमान में, ऐसी कोई सिस्टम मौजूद नहीं है जो सामान्य एआई के तहत आ सकती है और किसी भी कार्य को मानव के रूप में परिपूर्ण कर सकती है। दुनिया भर के शोधकर्ता अब सामान्य एआई के साथ विकासशील मशीनों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

जैसा कि सामान्य AI वाले सिस्टम अभी भी अनुसंधान के अधीन हैं, और इस तरह के सिस्टम को विकसित करने में बहुत प्रयास और समय लगेगा।

3. Super AI या Strong AI

सुपर एआई Intelligence of System का एक स्तर है, जिस पर मशीनें मानव बुद्धि को पार कर सकती हैं, और मानव की तुलना में किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से कर सकती हैं। यह सामान्य एआई का परिणाम हो सकता है।

मजबूत एआई की कुछ प्रमुख विशेषताओं में तर्क करने की क्षमता, पहेली को हल करना, निर्णय करना, योजना बनाना, सीखना और संवाद करना शामिल है।

सुपर एआई अभी भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की एक काल्पनिक अवधारणा है। वास्तविक में इस तरह के सिस्टम का विकास अभी भी दुनिया को बदलने वाला काम है।

AI Type 2: कर्यात्मकता के आधार पर (Based on Functionality)

Functionality के आधार पर Artificial Intelligence के चार भाग होते हैं।

1. प्रतिक्रियाशील मशीनें (Reactive Machines)

प्रतिक्रियाशील मशीनें AI System के सबसे पुराने रूप हैं जिनकी बेहद सीमित क्षमता है। वे विभिन्न प्रकार की उत्तेजनाओं का जवाब देने की मानव मन की क्षमता का अनुकरण करते हैं। इन मशीनों में मेमोरी-आधारित कार्यक्षमता नहीं होती है। इसका मतलब है कि ऐसी मशीनें अपने वर्तमान कार्यों को सूचित करने के लिए पहले प्राप्त अनुभवों का उपयोग नहीं कर सकती हैं, अर्थात, इन मशीनों में “सीखने” की क्षमता नहीं होती है। इन मशीनों का उपयोग केवल एक सीमित सेट या इनपुट के संयोजन के लिए स्वचालित रूप से जवाब देने के लिए किया जा सकता है। एक प्रतिक्रियाशील एआई मशीन का एक लोकप्रिय उदाहरण IBM का Deep Blue है, जो एक मशीन है जिसने 1997 में शतरंज ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव को हराया था।

2. सीमित मेमोरी (Limited Memory)

सीमित मेमोरी मशीनें ऐसी मशीनें हैं, जो प्रतिक्रियाशील मशीनों की क्षमताओं के अलावा, निर्णय लेने के लिए ऐतिहासिक डेटा से सीखने में भी सक्षम हैं। लगभग सभी मौजूदा एप्लिकेशन जो AI की श्रेणी में आते हैं। सभी वर्तमान AI System, जैसे कि गहरी सीखने का उपयोग करने वाले, प्रशिक्षण डेटा के बड़े संस्करणों द्वारा प्रशिक्षित किए जाते हैं जो भविष्य की समस्याओं को हल करने के लिए एक संदर्भ मॉडल बनाने के लिए उनकी Memory में Stored करते हैं।

लगभग सभी वर्तमान AI Application, Chatbot और Virtual Assistant से लेकर सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों तक सभी Limited Memory AI द्वारा संचालित हैं।

3. मन का सिद्धांत (Theory of Mind)

उपर बताए गए दो प्रकार के AI तो आज मौजुद हैं लेकिन अगले दो AI अभी के लिए एक Concept और Future Planning है। Mind AI का सिद्धांत एआई सिस्टम का अगला स्तर है जिसकी अभी खोज की जा रही है। Mind Level AI का एक सिद्धांत उन चीजों को बेहतर ढंग से समझने में सक्षम होगा जो उनकी जरूरतों, भावनाओं, विश्वासों और विचार प्रक्रियाओं से समझदारी से बातचीत कर रही हो।

4. आत्मजागरूक (Self Awareness)

यह AI विकास का अंतिम चरण है जो वर्तमान में केवल काल्पनिक रूप से मौजूद है। Self awareness AI एक ऐसा एआई है जो मानव मस्तिष्क के लिए इतना अधिक विकसित हो गया होगा कि उसने आत्म-जागरूकता विकसित की हो। इस प्रकार का एआई बनाना, हमेशा सभी एआई अनुसंधान का अंतिम उद्देश्य होगा। इस प्रकार का एआई न केवल उन लोगों में भावनाओं को समझने और विकसित करने में सक्षम होगा, जिनके साथ वह बातचीत करता है, बल्कि भावनाओं, जरूरतों, विश्वासों और स्वयं की संभावित इच्छाएं भी रखेगा।

अन्तिम शब्द,

तो दोस्तों, आज इस पोस्ट में आपने जाना Artificial Intelligence या कृत्रीम बुद्धिमता क्या है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार आदि। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। साथ ही अगर आपका किसी भी प्रकार का सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें। हम जल्द ही आपके सवाल का जवाब देंगे।

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Author: Amresh Mishra

I am Amresh Mishra, owner of My Technical Hindi Website. I am a B.Sc graduate degree holder and 21yrs old young entrepreneur from the City of Patna. By profession, I'm a web designer, computer teacher, google webmaster and SEO optimizer. I have deep knowledge of Google AdSense and I am interested in Blogging.

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