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Narco Test kya hai? | जानें नारको टेस्ट क्या है और यह कैसे होता है? [2021]

Author: Amresh Mishra | 12 महीना पहले

What is Narco Test in Hindi: क्या आप जानते हैं कि Narco test क्या है (What is NARCO Test in Hindi) और यह कैसे होता है? यदि आप नहीं जानते हैं, तो आज हम इस पोस्ट में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि Narco test क्या होता है और यह कैसे किया जाता है?

देश में इन दिनों अपराधियों की संख्या बढ़ रही है। हर दिन आप न्यूज़ में अपराध की खबर सुनेंगे। भारत सरकार अपराध को कम करने के लिए और भी कड़े नियम बना रही है। आज अपराधी भी अपराध करके निकल जाते हैं और वे बचने के लिए तरह तरह के प्रयास करते हैं। तो इस तरह के अपराध करने वाले अपराधी को पकड़ने के लिए Narco test करने का आदेश दिया जाता है।

इससे पहले यदि देखा जाए तो बलात्कार के मामलों में मौत की सजा का उपयोग शायद ही कभी सुनाया जाता था। लेकिन अब बलात्कार मामले में नए कानून लागू हो गए हैं। आज के कानून के अनुसार बारह वर्ष से कम उम्र के बच्चे के साथ बलात्कार करने पर मौत की सजा हो सकती है।

देश में ऐसे कई बड़े कानून लागू हुए हैं जिससे अपराधी को अपराध करने से पहले एक बार सोचना पड़ेगा। ऐसा ही एक कानून है जिसका नाम है “Narco Test“. तो चलिए जानते हैं की नारको टेस्ट क्या होता है (Narco test kya hota hai)?

Narco test क्या है और यह कैसे किया जाता है

नारको टेस्ट क्या है? | Narco Test kya hota hai? | What is Narco test in hindi

नारको टेस्ट (Narco test) एक ऐसा परिक्षण (टेस्ट) है जो सच छुपा रहे अपराधियों के मुंह से सच उगलवाने के लिए किया जाता है। कुछ अपराधी हैं जो पुलिस के दबाव में अपने अपराध के बारे में सब कुछ कबूल करते हैं और सच बताते हैं जबकि कुछ अपराधी किसी भी कीमत पर सच्चाई नहीं बताते हैं। तो ऐसे अपराधियों के मुंह से सच निकलवाने के लिए नार्को टेस्ट किया जाता है।

देश की क्राइम एजेंसी CBI (Central Bureau of Investigation) भी अपने अपराधी से सच निकलवाने के लिए नार्को टेस्ट का इस्तेमाल करती है। इस परीक्षण के तहत अपराधी को कुछ दवाएं (Drugs) दी जाती हैं जिसके द्वारा वह सच बोलता है। इतना ही नहीं, इस परीक्षण में, अपराधी हर बार सच बोलता है। कई मामलों में अपराधी बेहोशी की हालत में पहुंच जाता है। जिस स्थिति में वह सच झूठ नही बोल सकता है। यह टेस्ट एक जांच अधिकारी, फोरेंसिक विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक, आदि की उपस्थिति में किया जाता है।

अभी तक आपने जाना की Narco test kya hai? आइये अब जानते हैं की Narco Test कैसे होता है?

नारको टेस्ट कैसे होता है? | Narco Test kaise hota hai?

Narco test के तहत अपराधी को ट्रुथ ड्रग या सोडियम पेंटोथॉल का एक इंजेक्शन दिया जाता है। इस दवा में व्यक्ति एक ऐसी अवस्था में पहुँच जाता है जहाँ व्यक्ति पूरी बेहोशी की स्थिति में भी नहीं होता है और पूरी तरह से होश में भी नहीं होता है। इन दोनों के बीच एक ऐसी अवस्था है जिसमें व्यक्ति ज्यादा नहीं बोल सकता है। इन दवाओं के प्रभाव के कारण व्यक्ति कुछ समय के लिए सोचने की क्षमता खो देता है।

Narco test के दौरान व्यक्ति को Truth drug देकर बेहोश कर दिया जाता है और उस व्यक्ति से घटना से संबंधित सवाल पूछा जाता है और एक test ली जाती है। क्योंकि एक व्यक्ति सोचने और समझने की क्षमता खो देता है, वह गलत तरीके से सवालों के जवाब नहीं दे पाता है। क्योंकि झूठ बोलने के लिए सोचने की आवश्यकता होती है।

आप यह जानते होंगे कि आपको झूठ बोलने के लिए अधिक दिमाग का उपयोग करना होगा जबकि आपको सच बताने के लिए कम दिमाग का उपयोग करना होगा। क्योंकि आप आसानी से दिखा सकते हैं कि क्या सच है, लेकिन आपको झूठ बोलने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल करना होगा।

अर्ध-चेतना की स्थिति में आदमी सच बोलता है, भले ही वह नहीं चाहता है। यहाँ, न केवल व्यक्ति को सच बोलने के लिए कहा जाता है, बल्कि उसके शरीर की प्रतिक्रिया भी देखी जाती है।

कई मामलों में नार्को टेस्ट का उद्देश्य केवल यह जानना होता है कि व्यक्ति घटना में शामिल है या नहीं। ऐसे मामले में, व्यक्ति को कंप्यूटर स्क्रीन के सामने सोने के लिए रखा जाता है और कंप्यूटर स्क्रीन पर वे दृश्य दिखाए जाते हैं।

व्यक्ति को पहले सामान्य दृश्य जैसे कि फूल, पत्ते, पहाड़ आदि दिखाए जाते हैं, फिर मामले से जुड़ी इमेजेस आदि को दिखाया जाता है और फिर व्यक्ति के शरीर की गतिविधि की जांच की जाती है। ऐसे मामले में, यदि मन और शरीर अलग-अलग प्रतिक्रिया करते हैं, तो यह पता लग सकता है कि व्यक्ति घटना से जुड़ा है या नहीं।

Narco test होने से पहले क्या किया जाता है? | What is done before a narco test

आपको बता दें कि नार्को टेस्ट से पहले व्यक्ति का शारीरिक परीक्षण किया जाता है। उसे उसकी उम्र, स्वास्थ्य और लिंग के आधार पर ही नशीली दवा दी जाती है। ओवरडोज के कारण यह टेस्ट अक्सर विफल हो सकता है। इसलिए इस टेस्ट को करने से पहले कई आवश्यक सावधानियां बरतनी होती हैं।

यह अपराधियों या आरोपियों को सच बोलने में मदद करता है और देश की लगभग सभी प्रमुख Crime agencies द्वारा यह टेस्ट किया जाता है। हालांकि कई मामलों के लिए इस टेस्ट के दौरान अधिक मात्रा के कारण व्यक्ति कोमा में जा सकता है। वह बाद में मर भी सकता है। इस कारण यह परीक्षण बहुत सोच-विचार के बाद ही किया जाता है।

Narco test क्यों होता है? | Why is the narco test conducted?

हम सभी जानते हैं की दुनिया भर में प्रतिदिन चोरी, बलात्कार, हत्या जैसे कई अपराध हो रहे हैं। ऐसे में कई अपराधी पकड़े जाने के बाद भी सच नहीं उगलते और झूठा बयान देते हैं। ऐसे में पुलिस के डंडे भी सच उगलवाने में नाकाम रहती है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में उपस्थित कराया जाता है और कोर्ट के इजाजत के अनुसार उसे नार्को टेस्ट के लिए उपस्थित कराया जाता है।

ऐसा नहीं है की Narco Test से हर एक अपराधी से सच उगलवा लिया जाय। कई अपराधी तो आसानी से सब सच्चाई बता देते हैं लेकिन इसके विपरीत कई अपराधी ऐसे होते हैं जो नार्को टेस्ट के दौरान टेस्ट करने वाली टीम को धोखा दे देते हैं जिससे केस नहीं सुलझ पाता है।

Narco test के लिए कानूनी प्रावधान | Legal provisions for narco test

जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि प्रमुख Crime Agencies अथवा CBI के द्वारा नार्को टेस्ट कराया जाता है। लेकिन इसके लिए भी Court से Permission लेना अनिवार्य है। किसी अपराधी को कोर्ट में उपस्थित होने के बाद अदालत यह आदेश देती है की उस अपराधी का नार्को टेस्ट होगा या नहीं। हालांकि अपराधी या आरोपी से भी नार्को टेस्ट की मंजूरी ली जाती है। इस बात को वर्ष 2010 में K.G. बालाकृष्णन सहित 3 जजों की खंडपीठ द्वारा बताई गई थी।

आरोपियों की इच्छा के विरुद्ध Narco-test, Brain mapping और Lie detector test करना संविधान के अनुच्छेद 20(3) का उल्लंघन होगा। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 20(3) में अपराधी की जांच के विषय में प्रमुख प्रावधान है। इसका संबंध आत्म-उत्पीड़न के खिलाफ विशेषाधिकार से है। इसके अनुसार कहा गया है की “किसी भी अपराध के आरोपी किसी व्यक्ति को खुद के खिलाफ गवाह बनने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा”। 

नार्को टेस्ट के बारे में कहा जाता है कि यह पहली बार 19 वीं सदी में Italian अपराधी Cicer Lombroso पर किया गया था। अपराधी से पूछताछ के दौरान रक्तचाप में बदलाव को मापने के लिए एक मशीन का उपयोग किया था। Narco Analysis में आरोपी के मुंह से सच निकलवाने के लिए उसके दिमाग पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाता है। बिना ज्यादा दिमाग लगाए ही आसानी से अपराधी सब सच उगल देता है।

नारको टेस्ट के बारे में अधिक जानकारी [Video]

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तो अब आप अच्छी तरह जान गए होंगे की Narco test kya hai. और Narco Test क्यों और कैसे होता है। यदि आपको इस पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल पूछना है तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों या अन्य लोगों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

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Author: Amresh Mishra

I am Amresh Mishra, owner of My Technical Hindi Website. I am a B.Sc graduate degree holder and 21yrs old young entrepreneur from the City of Patna. By profession, I'm a web designer, computer teacher, google webmaster and SEO optimizer. I have deep knowledge of Google AdSense and I am interested in Blogging.

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